🔍 Offense Details
- Offense Section: MMVR 161/177 MVA
- Offense Name: Without Side Mirror
- Fine (पहली बार): ₹500
- Repetitive Fine: ₹1500
🛑 क्या है साइड मिरर का महत्व?
साइड मिरर यानी “Rear View Mirror” या “Wing Mirror” वाहन की सुरक्षा में एक अहम भूमिका निभाते हैं। इनके ज़रिए ड्राइवर को रोड की दूसरी गाड़ियों, बाइकर्स और पैदल यात्रियों की स्थिति का पता चलता है। बिना साइड मिरर के ड्राइविंग करना सिर्फ खतरनाक ही नहीं, बल्कि गैरकानूनी भी है।
📜 कानून क्या कहता है?
Motor Vehicle Act 1988 के तहत MMVR 161/177 के अनुसार, अगर कोई भी व्यक्ति ऐसा मोटर वाहन चलाता है जिसमें साइड मिरर नहीं है या टूटे हुए हैं, तो उस पर ₹500 तक का चालान किया जा सकता है। अगर दोबारा यही गलती की जाती है, तो जुर्माना ₹1500 तक बढ़ सकता है।
🚨 Real-Life Incident: बिना साइड मिरर का परिणाम
घटना:
2024 में लखनऊ के गोमतीनगर में एक स्कूटर चालक बिना साइड मिरर के चल रहा था। उसने लेन चेंज करते समय पास से गुजर रही बाइक को नहीं देखा, जिससे दोनों वाहन आपस में टकरा गए। बाइक सवार को गंभीर चोटें आईं। जांच में सामने आया कि स्कूटर पर न तो साइड मिरर था और न ही हेलमेट पहना गया था। इसके चलते चालक पर ₹2000 का कुल चालान किया गया।
⚖️ कोर्ट का फैसला (Judgment)
Delhi High Court ने 2022 में एक केस में कहा था:
“साइड मिरर सिर्फ गाड़ी की खूबसूरती के लिए नहीं, बल्कि सुरक्षा के लिए है। कानून के अनुसार इसे न लगाना या हटाना सीधी उल्लंघना है, और उस पर सख्त कार्रवाई जरूरी है।”
📌 साइड मिरर न होने से होने वाले खतरे:
- ओवरटेक करने वाली गाड़ियों का अंदाजा नहीं लग पाता
- पीछे से आ रही एंबुलेंस या पुलिस गाड़ी को रास्ता नहीं दिया जा सकता
- एक्सीडेंट की संभावना 3 गुना बढ़ जाती है
- सड़क पर तनाव और ट्रैफिक बढ़ जाता है
🚔 ट्रैफिक पुलिस की सख्ती
अभी कई शहरों में जैसे मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, और जयपुर में ट्रैफिक पुलिस अब CCTV के जरिए साइड मिरर जैसे छोटे लेकिन अहम उल्लंघनों पर चालान काट रही है। कई बार लोग सोचते हैं कि सिर्फ हेलमेट या सीटबेल्ट से चालान होता है, लेकिन साइड मिरर का न होना भी बराबर का अपराध है।
🔧 समाधान (Solution)
- गाड़ी खरीदते समय हमेशा साइड मिरर चेक करें
- अगर टूटा है, तुरंत बदलवाएं – यह सस्ता और आसान होता है
- RTO मान्यता प्राप्त मिरर ही लगवाएं
- Rear view mirror की पॉजिशन को हर बार चेक करें
- टेम्पररी मिरर न लगाएं – इससे चालान लग सकता है
📢 जागरूकता अभियान
अब कई NGOs और ट्रैफिक पुलिस मिलकर सड़कों पर कैंपेन चला रहे हैं ताकि लोगों को साइड मिरर जैसे ‘छोटे’ लेकिन जरूरी सेफ्टी फीचर के महत्व को समझाया जा सके।
📋 Conclusion
साइड मिरर का होना सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि एक कानूनी अनिवार्यता है। छोटे-छोटे नियमों का पालन करके हम न सिर्फ खुद को, बल्कि दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते हैं। जुर्माना से बचने के लिए नहीं, बल्कि सुरक्षा के लिए साइड मिरर लगवाना ज़रूरी है।
अगर आप भी बिना साइड मिरर के गाड़ी चला रहे हैं, तो आज ही यह गलती सुधारें। सुरक्षित चलाएं, सतर्क रहें और कानून का पालन करें।