🔍 परिचय
भारत में रोड सेफ्टी (Road Safety) को लेकर सरकार ने समय-समय पर सख्त कदम उठाए हैं। MMVR 21(16)/177 के तहत यदि कोई ड्राइवर ड्यूटी पर रहते हुए धूम्रपान करता है, तो यह एक दंडनीय अपराध है।
Fine (2025): ₹500 (पहली बार) और ₹1500 (पुनरावृत्ति पर)
यह पोस्ट उन लोगों के लिए बेहद जरूरी है जो पेशेवर रूप से ड्राइविंग करते हैं जैसे ट्रक, टैक्सी, बस, और डिलीवरी वाहन चालक।
🚫 ड्राइविंग के दौरान स्मोकिंग क्यों है अपराध?
- धूम्रपान से ध्यान भटकता है
- पैसेंजर्स के लिए असुविधाजनक और हानिकारक होता है
- वाहन के अंदर आग लगने का खतरा बढ़ता है
- सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान का उल्लंघन
🧑⚖️ संबंधित कानून:
- Motor Vehicles Act Section: MMVR 21(16)/177
- COTPA Act 2003: सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान रोकथाम कानून
🧾 जुर्माने की राशि (Fine Amount in 2025)
अपराध की स्थिति | जुर्माना |
---|---|
पहली बार | ₹500 |
बार-बार करने पर | ₹1500 |
📖 एक सच्ची घटना – दिल्ली, 2024
2024 में दिल्ली के सराय काले खां में एक प्राइवेट बस ड्राइवर को चलते बस में सिगरेट पीते हुए पकड़ा गया। पैसेंजर्स की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और ड्राइवर पर ₹1500 का चालान काटा। मामला स्थानीय कोर्ट में गया जहाँ कोर्ट ने उसे चेतावनी के साथ फाइन अदा करने का आदेश दिया।
🧑⚖️ कोर्ट का फैसला (Court Judgment)
2023 में मुंबई हाईकोर्ट ने एक केस में कहा:
“ड्राइविंग के दौरान धूम्रपान एक असावधानी भरा कृत्य है जो दूसरे यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करता है।”
कोर्ट ने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं पर सख्ती से निपटा जाना चाहिए ताकि रोड सेफ्टी बनी रहे।
🚔 चालान कैसे कटता है?
- यदि कोई पुलिस अधिकारी आपको धूम्रपान करते हुए पाता है:
- तत्काल चालान (E-challan) जारी होता है
- वाहन नंबर के आधार पर फाइन SMS से भेजा जाता है
- दोबारा पकड़े जाने पर फाइन डबल हो जाता है
💳 चालान भरने के तरीके
- Parivahan.gov.in
- PayTM या अन्य UPI एप्स
- ट्रैफिक पुलिस स्टेशन पर जाकर नकद
✅ किन बातों का रखें ध्यान?
- ड्यूटी पर कभी भी धूम्रपान न करें
- गाड़ी में “No Smoking” बोर्ड लगाएं
- गाड़ी साफ और पैसेंजर फ्रेंडली रखें
- ट्रैफिक रूल्स को फॉलो करें
📌 निष्कर्ष
ड्यूटी के दौरान स्मोकिंग सिर्फ आपकी नहीं, बल्कि यात्रियों की जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ है। MMVR 21(16)/177 के अंतर्गत यह एक गंभीर अपराध है जिसमें भारी जुर्माना और कोर्ट केस तक हो सकता है।
👉 सड़क सुरक्षा सिर्फ एक नियम नहीं, जिम्मेदारी है।