🛑 काली फिल्म वाली गाड़ियों पर बैन क्यों?

भारत में कई गाड़ी मालिक अपने व्हीकल्स पर Black Film लगवाते हैं ताकि धूप से बचाव हो या प्राइवेसी बनी रहे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सड़क परिवहन कानून के खिलाफ है?

CMVR 100(2)/177 MVA के अनुसार, गाड़ियों की विंडस्क्रीन और साइड ग्लास पर काली फिल्म लगाना अवैध है। इस नियम का उल्लंघन करने पर ₹500 का जुर्माना और दोबारा पकड़े जाने पर ₹1500 तक का चालान कट सकता है।


📜 कानून क्या कहता है? (Section CMVR 100(2)/177 MVA Explained)

Central Motor Vehicles Rules (CMVR), 1989 के Rule 100(2) के अनुसार:

  • किसी भी वाहन की विंडस्क्रीन (front glass) और साइड विंडो में लाइट ट्रांसमिशन (VLT) कम से कम:
    • 70% विंडस्क्रीन के लिए
    • 50% साइड ग्लास के लिए अनिवार्य है।

अगर आपने काली फिल्म लगाई है जो इन मानकों से कम प्रकाश देती है, तो यह कानून का उल्लंघन माना जाएगा।


⚖️ Supreme Court का ऐतिहासिक फैसला

2012 में सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया था:

“किसी भी गाड़ी में काली फिल्म का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है, चाहे वह कितनी भी ट्रांसपेरेंट क्यों न हो। केवल मैन्युफैक्चरिंग स्टेज पर की गई VLT अनुमति योग्य है।”

✅ अपवाद:

  • मेडिकल इमरजेंसी या VVIP सिक्योरिटी के मामलों में राज्य सरकार विशेष अनुमति दे सकती है।

💰 जुर्माना कितना है?

अपराध पहली बार दोबारा
काली फिल्म लगाकर गाड़ी चलाना ₹500 ₹1500

📚 एक सच्चा केस: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का सख्त एक्शन

2023 में दिल्ली में एक Mercedes कार के मालिक को ट्रैफिक पुलिस ने रोका क्योंकि उसकी गाड़ी की विंडो पर भारी काली फिल्म लगी थी। पुलिस ने तुरंत उसका चालान काटा और मौके पर ही फिल्म हटवाई। उस व्यक्ति ने जुर्माना भरने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर माफ़ी भी मांगी।

इससे पता चलता है कि पुलिस अब इस नियम को लेकर काफी एक्टिव हो चुकी है।


🚨 पुलिस कैसे चेक करती है काली फिल्म?

ट्रैफिक पुलिस के पास Lux Meter या Tint Meter होते हैं जो ग्लास से गुजरने वाले प्रकाश को मापते हैं। अगर आपकी विंडो फिल्म में VLT कम निकली, तो चालान पक्का है।


📌 ये बातें ध्यान रखें:

  1. मूल कंपनी द्वारा लगे ग्लास यदि निर्धारित VLT के अनुसार हैं, तो कोई दिक्कत नहीं।
  2. किसी भी तरह की एक्स्ट्रा फिल्म, चाहे वो लाइट भी हो, अवैध है।
  3. अगर फिल्म लगी गाड़ी बार-बार पकड़ी गई, तो गाड़ी सीज भी हो सकती है।

🤔 क्या काली फिल्म से सुरक्षा बढ़ती है?

जी हाँ, कई लोग इसे धूप से बचाव या प्राइवेसी के लिए लगवाते हैं। लेकिन पुलिस और कानून के अनुसार, इससे अपराध छिपाने की संभावना बढ़ती है – जैसे:

  • अपहरण
  • चोरी
  • महिलाओं से जुड़े अपराध

इसी कारण इसे बैन किया गया है।


📌 सुझाव और समाधान

  • अगर आपको धूप से बचना है, तो सोलर शेड्स या सन ग्लासेस यूज करें।
  • अपनी गाड़ी के शीशे की स्थिति RTO से चेक करवा सकते हैं।

✍️ निष्कर्ष (Conclusion)

गाड़ी में काली फिल्म लगाना अब केवल स्टाइल या प्राइवेसी का मामला नहीं, बल्कि कानून उल्लंघन का मुद्दा बन चुका है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश, ट्रैफिक पुलिस की सख्ती और सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह बेहद जरूरी हो गया है कि हम सभी इस नियम का पालन करें।

एक जिम्मेदार नागरिक की तरह, अपनी गाड़ी से तुरंत काली फिल्म हटवाएं और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।


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